जम्मू कश्मीर को राज्य का दर्जा पुनः मिलने के बाद क्या होगा?
जम्मू (हिन्दू बहुल व BJP समर्थित इलाका) में 37 सीटें
कश्मीर (मुस्लिम बहुल इलाका) में 44 सीटें
जम्मू कश्मीर का परिसीमन कर जम्मू में 7 सीटें बढ़ा दी जातीं हैं
और एक सीट कश्मीर से घटा दी जाती है तो
कुल सीटों की संख्या हो जाएगी:
(44-1)+(37+7)+ 2 MLA को राज्यपाल मनोनीत करेंगे…
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बोले तो 89 में बहुमत के लिए 45 सदस्य चाहिए…
पूरे कश्मीर में भी अगर सभी 43 सीट मुस्लिम दल जीत ले तो भी
BJP राज्यपाल के मनोनीत 2 सदस्यों को लेकर
आसानी से जम्मू&कश्मीर में हिंदूवादी सरकार बना लेगी…
इसे कहते हैं संवैधानिक तरीके से मुस्लिम बहुल इलाके मे भी पूर्ण बहुमत की हिंदूवादी सरकार बनाने के तरीके…
ये लोकतांत्रिक संवैधानिक तरीके आज से प्रयोग नहीं किये जा रहे बल्कि 1950 से हो रहे हैं लेकिन इंदिरा गांधी के समय से देश में ये खेल खुलेआम चलता आ रहा कि मुस्लिम बहुल इलाकों को या तो SC(हिन्दू) के लिए आरक्षित कर दो या मुस्लिम बहुल इलाकों को परिसीमन कर ऐसे तोड़ दो कि मुस्लिम आवाज़ न बन पाए…
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